उद्योग और इन्वेस्टमेंट की संभावनाएं तलाशने उज्जैन पहुंचे जर्मन डेलिगेट्स, निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा की अध्यक्षता में हुआ राउंडटेबल आयोजन; महाकाल दर्शन कर मिली ‘अलग ऊर्जा’!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:

उज्जैन नगर निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा की अध्यक्षता में बुधवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय में इनोवेटर्स राउंडटेबल का आयोजन किया गया। यह बैठक एमपी–जर्मनी स्टार्टअप ब्रिज प्रोग्राम के अंतर्गत हुई, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत और जर्मनी के स्टार्टअप इकोसिस्टम को जोड़ना, नई तकनीकों और निवेश अवसरों को बढ़ावा देना तथा उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करना रहा।

बैठक के दौरान निगम आयुक्त मिश्रा ने जर्मनी से आए प्रतिनिधियों को सिंहस्थ 2028 के महत्व और उससे जुड़ी तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस महापर्व में करोड़ों श्रद्धालुओं का आगमन होगा, जिसके लिए स्मार्ट सिटी और अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें विशेष रूप से भीड़ प्रबंधन, स्वच्छता और यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने पर जोर दिया गया।

बैठक में जर्मनी से आए एआई (Artificial Intelligence) विशेषज्ञों ने बताया कि डाटा भविष्य की सबसे बड़ी ताकत है। इसके आधार पर एआई और आईओटी (Internet of Things) तकनीकों के जरिये बेहतर योजनाएँ तैयार की जा सकती हैं, जो सिंहस्थ जैसे विशाल धार्मिक आयोजनों के प्रबंधन में उपयोगी साबित होंगी। विशेषज्ञों ने यह भी साझा किया कि जर्मनी में वेस्ट मैनेजमेंट और सॉलिड वेस्ट कलेक्शन को एआई तकनीक के माध्यम से किस तरह कुशलतापूर्वक संचालित किया जाता है। उनका मानना है कि भारत जैसे अधिक जनसंख्या वाले देश में यह मॉडल बेहद कारगर साबित हो सकता है।

स्टार्टअप्स और निवेश के अवसरों पर विचार-विमर्श

बैठक में मध्यप्रदेश के कई स्टार्टअप्स और नवाचारकर्ताओं ने जर्मन प्रतिनिधियों से वन-टू-वन चर्चा की। इस दौरान तकनीकी सहयोग, संयुक्त अनुसंधान, निवेश की संभावनाएँ और वैश्विक बाजार तक पहुंच जैसे मुद्दों पर सार्थक विमर्श हुआ। निगम आयुक्त मिश्रा ने जर्मन प्रतिनिधियों को आगामी सिंहस्थ पर्व में शामिल होने का आमंत्रण दिया और बैठक के अंत में उन्हें श्री महाकालेश्वर भगवान का स्मृति चिन्ह भेंट किया।

इस अवसर पर सीईओ स्मार्ट सिटी संदीप शिवा, जीआईआईसी बोर्ड सदस्य सिद्धार्थ भसीन, अविनाश कश्यप सहित जर्मन प्रतिनिधि गेब्रीयल, फीलीप, आंद्रे लेंगे, स्टीवन रेनवीक और डॉ. एलेक्जेन्ड्रिया मौजूद रहे।

बता दें, उद्योग क्षेत्र से जुड़े जर्मन प्रतिनिधिमंडल ने विक्रम उद्योगपुरी और स्मार्ट सिटी कार्यालय का भ्रमण करने के बाद उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन किए।
मंदिर प्रबंध समिति की ओर से उप प्रशासक एवं डिप्टी कलेक्टर एस.एन. सोनी ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। दर्शन के बाद प्रतिनिधियों ने कहा कि उन्हें श्री महाकाल के मंदिर में एक अलग ऊर्जा और शांति का अनुभव हुआ। उन्होंने भारत को अपना “दूसरा घर” बताते हुए उज्जैन से मिले आध्यात्मिक जुड़ाव की सराहना की।

ज्ञात हो कि नवंबर 2024 में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की जर्मनी यात्रा और भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान कई एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे। इसके बाद से दोनों देशों के बीच सहयोग लगातार नए आयाम स्थापित कर रहा है। जर्मन प्रतिनिधिमंडल की यह यात्रा भी उसी क्रम को आगे बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम है।

Leave a Comment